कोरोना की दवाई को लेकर मुश्किल में फंसे बाबा रामदेव । आयुष मंत्रालय ने जारी किया नोटिस ।
23 जून दोपहर 1 बजे योग गुरु बाबा रामदेव जी ने कोरोना के इलाज के लिए बनाई गयी दवाई को लांच किया था लेकिन 24 जून दोपहर को ही बाबा रामदेव मुसीबत में फंस गए ह ।
क्या ह पूरा मामला -
भारत में कोई भी आयुर्वेदिक दवाई बनती है तो आयुष मंत्रालय द्वारा उसके प्रमाणित किया जाता है। आयुस मंत्रालय के सचिव वैद राजेश कोतोचा ने बताया ह की 12 जून को योग गुरु बाबा रामदेव ने एक दवाई को जारी करने लिए लाइसेंस माँगा था । उन्होंने दावा किया था की इस दवाई से इम्युनिटी बढ़ती है और नार्मल खांसी जुकाम से बचाव किया जा सकता है । और उन्होंने इस दवाई का नाम भी नही बताया था और कोरोना के ट्रीटमेंट का भी कोई जिक्र नही किया था । आज दोपर को आयुष मंत्रालय ने बाबा रामदेव को नोटिस बेजा है और उनसे जवाब मांगा है । इस से बाबा रामदेव की मुश्किलें बढ़ गयी है । वे अब भी दावा करते है कि कॉरोनिल कोरोना के इलाज करने में सहायक है । लेकिन उनको आयुष मंत्रालय को जवाब देना होगा और कॉरोनिल को पब्लिश करने के लिए लाइसेंस भी लेना होगा । इस से साफ़ होता है की कॉरोनिल दवाई कुछ समय बाद ही मार्किट में लॉन्च हो सकती है । अगर बाबा रामदेव आयुष मंत्रालय को जवाब देते है और उनकी तरफ से दवाई को लाइसेंस दिया जाता है तो ही दवाई इलाज के लिए प्रयोग के लिए लिं जायेगी ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें